Satya Pal Malik Death News: नहीं रहे अनुच्छेद 370 के आखिरी गवाह, पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन
देश ने आज एक ऐसा नेता खो दिया, जिसने राजनीति को सिर्फ सत्ता का साधन नहीं, बल्कि जनसेवा का माध्यम माना।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का आज, 5 अगस्त 2025, को दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे और पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का लंबी बीमारी के बाद निधन. (File Photo: PTI)
लंबे समय से थे बीमार, ICU में किया गया था भर्ती
सत्यपाल मलिक को गंभीर यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) और किडनी फेल्योर की जटिलताओं के चलते ICU में शिफ्ट किया गया था।
मई 2025 से RML अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन आखिरकार आज उन्होंने जीवन की अंतिम सांस ली।
उनके निधन की खबर से देशभर में शोक की लहर फैल गई है। सोशल मीडिया पर लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके राजनीतिक जीवन को याद कर रहे हैं।
Satya Pal Malik Death News: कौन थे सत्यपाल मलिक?
एक जाट परिवार में जन्मे सत्यपाल मलिक का राजनीतिक सफर बेहद विविध और शक्तिशाली रहा।
-
जन्म: 24 जुलाई 1946, हिसवाड़ा गांव, बागपत (उत्तर प्रदेश)
-
शिक्षा: मेरठ कॉलेज से B.Sc. और LLB
-
राजनीति की शुरुआत: 1968-69 में मेरठ कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष
-
राजनीतिक सफर:
-
1974-77: यूपी विधानसभा सदस्य
-
1980-89: राज्यसभा सदस्य (UP)
-
1989-91: लोकसभा सांसद (अलीगढ़, जनता दल)
-
राज्यपाल: जम्मू-कश्मीर, बिहार, गोवा, मेघालय
-
Satya Pal Malik Death News: अनुच्छेद 370 के इतिहास के गवाह रहे सत्यपाल मलिक
5 अगस्त 2019 को भारत सरकार ने http://अनुच्छेद 370 को आधिकारिक रूप से निरस्त किया, और सत्यपाल मलिक उस समय जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे।
उस समय जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे सत्यपाल मलिक। उन्होंने इस फैसले का न सिर्फ क्रियान्वयन करवाया बल्कि उस समय की संवेदनशीलता को भी बखूबी संभाला।
Satya Pal Malik Death News: पुलवामा हमले से लेकर भ्रष्टाचार के मुद्दों पर मुखर रहे
सत्यपाल मलिक का व्यक्तित्व सत्ता के सामने सच बोलने वाला रहा। उन्होंने
-
पुलवामा हमले में सुरक्षा चूक का मुद्दा खुलकर उठाया,
-
किरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार पर भी सरकार की आलोचना की।
यही कारण रहा कि वह बीजेपी से दूरी बनाते चले गए और सरकार के मुखर आलोचक बन गए।
झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन भी नहीं रहे
एक दिन पहले ही झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का भी निधन हो गया था। उन्होंने दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली।
अब दो दिनों में राजनीति ने दो बड़े स्तंभों को खो दिया है।
ये भी पढ़े:https://samachartimes24.com/pm-kisan-samman-nidhi-20th-installment-rs-2000/
Satya Pal Malik Death News: देश की राजनीति में खाली हुई जगह
सत्यपाल मलिक जैसे नेता अब कम ही दिखाई देते हैं—जो विचारधारा से हटकर सच बोलने की हिम्मत रखते हैं।
उनका जाना न सिर्फ एक राजनीतिक क्षति है, बल्कि वो एक युग का अंत भी है।
आज जब हम अनुच्छेद 370, पुलवामा या राजनीति में नैतिकता की चर्चा करते हैं—तो सत्यपाल मलिक का नाम स्वतः स्मरण होता है।
उनका जीवन और संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा रहेगा।
यदि आप देश-दुनिया की ऐसी ही खास खबरें पढ़ना चाहते हैं, तो जुड़े रहिए SamacharTimes24 के साथ।
हमें टेलीग्राम पर फ़ॉलो करें: https://t.me/SamacharTimes24news