Jammu Kashmir Horticulture Hub: जम्मू-कश्मीर बनेगा बागवानी हब, दुनिया में पहुंचेगा कश्मीरी सेब: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की बड़ी घोषणा
जम्मू-कश्मीर अब सिर्फ एक खूबसूरत पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि भारत के सबसे बड़े बागवानी हब के रूप में उभरने जा रहा है। यह सिर्फ एक सपना नहीं, बल्कि केंद्र सरकार की स्पष्ट योजना और प्रतिबद्धता है, जिसे खुद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रीनगर में हुए एक विशेष कार्यक्रम में साझा किया।
Jammu Kashmir Horticulture Hub: श्रीनगर में SKUAST-K दीक्षांत समारोह में ऐलान
4 जुलाई 2025 को शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (SKUAST-K) के छठे दीक्षांत समारोह के मौके पर बोलते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा –
“हमारा लक्ष्य है कि जम्मू-कश्मीर को बागवानी का ग्लोबल सेंटर बनाया जाए और यहां का कश्मीरी सेब, गुलाब और अन्य फल पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाए।”
इस कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र चौधरी, कृषि मंत्री जावेद अहमद डार और शिक्षा मंत्री सकीना मसूद समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
विद्यार्थियों से संवाद: शिक्षा नहीं, जिम्मेदारी की शुरुआत
शिवराज सिंह चौहान ने विश्वविद्यालय के 5,250 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान कीं, जिनमें 150 स्वर्ण पदक और 445 मेरिट सर्टिफिकेट शामिल रहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा:
“दीक्षांत का मतलब शिक्षा का अंत नहीं, बल्कि जिम्मेदारियों की शुरुआत है। अब वक्त है कि युवा खेती को नवाचार से जोड़ें और एग्री स्टार्टअप्स की ओर कदम बढ़ाएं।”
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे सिर्फ किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें, बल्कि प्रयोगात्मक कृषि, विविधिकरण और प्राकृतिक खेती की दिशा में आगे बढ़ें।
Jammu Kashmir Horticulture Hub: जम्मू-कश्मीर के फल और फूल को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय पहचान
केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि जम्मू-कश्मीर के बागवानी उत्पादों की गुणवत्ता, पैदावार और ब्रांड वैल्यू को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसके तहत:
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एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) के तहत क्लीन प्लांट सेंटर की स्थापना की जाएगी।
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इससे उच्च गुणवत्ता वाले फलों की न केवल पैदावार बढ़ेगी, बल्कि उनका वैश्विक स्तर पर निर्यात भी सुनिश्चित होगा।
शिवराज सिंह ने बताया कि सेब, चेरी, अखरोट, गुलाब और अन्य बागवानी उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय ब्रांडिंग दी जाएगी, जिससे जम्मू-कश्मीर के किसानों की आमदनी में सीधा इज़ाफा होगा।
Jammu Kashmir Horticulture Hub
कृषि में रिकॉर्ड उत्पादन और आत्मनिर्भरता की दिशा
श्री चौहान ने बताया कि बीते 11 वर्षों में भारत में खाद्यान्न उत्पादन में 44% वृद्धि हुई है।
विशेष रूप से चावल, गेहूं, मक्का, सोयाबीन और मूंगफली जैसे फसलों में रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है।
उन्होंने 5-सूत्रीय फार्मूला साझा किया:
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उत्पादन बढ़ाना
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कृषि लागत घटाना
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उचित मूल्य दिलाना
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आपदा में मुआवजा देना
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धरती को भावी पीढ़ी के लिए बचाना
SKUAST-K दीक्षांत समारोह में शिवराज सिंह चौहान का संबोधन – PIB India
https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2034567
युवाओं के लिए कृषि में भविष्य की अपार संभावनाएं
अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने युवाओं को विशेष रूप से संबोधित करते हुए कहा:
“भारत को ‘फूड बास्केट ऑफ द वर्ल्ड’ बनाना है तो युवाओं को नेतृत्व करना होगा। AI, ड्रोन, स्मार्ट सेंसर्स जैसे टेक्नोलॉजी से जुड़े एग्री स्टार्टअप्स आज का भविष्य हैं।”
इसका सीधा लाभ न केवल कृषि क्षेत्र को मिलेगा, बल्कि भारत के ग्रामीण युवाओं को रोजगार, स्वावलंबन और ग्लोबल नेटवर्किंग का नया अवसर भी मिलेगा।
Jammu Kashmir Horticulture Hub: कश्मीर का सेब और गुलाब, अब विश्व मंच पर
कार्यक्रम के अंत में केंद्रीय मंत्री ने भावुक होते हुए कहा:
“कश्मीर की मिट्टी की खुशबू, डल झील का सौंदर्य और यहां के लोगों का प्रेम अविस्मरणीय है। यहां के फल, फूल और स्वाद अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कश्मीरी सेब और गुलाब दुनिया के हर कोने तक पहुंचे।”
बागवानी से समृद्धि की नई इबारत
शिवराज सिंह चौहान का यह संबोधन न केवल जम्मू-कश्मीर के लिए एक नई दिशा तय करता है, बल्कि पूरे भारत में स्मार्ट एग्रीकल्चर, फार्म-टू-फॉरेन मार्केट और युवा उद्यमिता को प्रोत्साहित करने की ओर भी संकेत करता है।
अगर यह योजनाएं जमीन पर प्रभावी रूप से उतारी जाती हैं, तो कश्मीर न केवल “धरती का स्वर्ग” बल्कि “भारत का हरा सोना” भी बन सकता है।
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