“Litchi Farming संकट में: खतरनाक कीट से 80% तक घटा उत्पादन, लीची किसानों के लिए बड़ी चुनौती – जानिए बचाव के असरदार उपाय”

“Litchi Farming संकट में”

Samachartimes24 डिजिटल डेस्क | 19 जून 2025


लीची की खेती करने वाले किसानों के लिए इस समय सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है स्टिंक बग नाम का खतरनाक कीट, जो फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है। देश के प्रमुख लीची उत्पादक क्षेत्रों जैसे मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में इसका प्रभाव पहले ही देखने को मिल चुका है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कीट लीची उत्पादन में 80% तक की गिरावट ला सकता है।

Litchi Farming में स्टिंक बग का खतरा क्यों बढ़ा?

स्टिंक बग गुलाबी या भूरे रंग का कीट होता है जो लीची के फूलों, कलियों, पत्तियों और शाखाओं से रस चूसता है। यह कीट फरवरी से अप्रैल के बीच सबसे ज्यादा सक्रिय होता है, जब लीची में फूल और फल आ रहे होते हैं। इसके कारण फूल काले पड़ जाते हैं, फल गिरने लगते हैं और पेड़ों की वृद्धि रुक जाती है। उत्पादन में भारी गिरावट आ जाती है जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।

स्टिंक बग की पहचान कैसे करें?

  • कीट आमतौर पर गुलाबी या भूरे रंग का होता है।

  • यह झुंड में एक साथ हमला करता है और फूलों व फलों पर बैठकर रस चूसता है।

  • संक्रमित हिस्सों पर काले निशान और झड़ते हुए फूल-फल दिखाई देते हैं।

  • पेड़ की वृद्धि कमजोर हो जाती है और फल असमय गिरने लगते हैं।

स्टिंक बग से फसल को कैसे बचाएं?

  • बागानों की नियमित निगरानी करें और शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर तुरंत कार्रवाई करें।

  • सुबह के समय लीची के पेड़ों की शाखाओं को हिलाकर कीटों को गिराएं और मिट्टी में दबाकर नष्ट करें।

  • कीटनाशकों का उपयोग करें जो कृषि विभाग द्वारा स्वीकृत हों और सही मात्रा में छिड़काव करें।

  • एक बार छिड़काव के 15 दिन बाद दोबारा छिड़काव करें ताकि कीटों की दोबारा वापसी न हो।

कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सुझाए गए कीटनाशक संयोजन

  • थियाक्लोप्रिड 21.7% SC (0.5 मिली) और लैम्डासायहैलोथ्रिन 5% EC (1.0 मिली) को प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़कें।

  • थियाक्लोप्रिड 21.7% SC (0.5 मिली) और फिप्रोनिल 5% SC (1.5 मिली) को मिलाकर उपयोग करें।

  • थियाक्लोप्रिड 21.7% SC (0.5 मिली) और प्रोफेनोफॉस 50% EC (1.5 मिली) को मिलाकर छिड़काव करें।

किसानों के लिए जरूरी सलाह

लीची की फसल को स्टिंक बग से बचाने के लिए समय पर निगरानी और कीट नियंत्रण आवश्यक है। कृषि विभाग और लीची अनुसंधान केंद्र की सलाह का पालन करें और कीटनाशकों का सही तरीके से उपयोग करें।वैज्ञानिक उपायों और सतर्कता से न केवल फसल को बचाया जा सकता है, बल्कि उत्पादन भी बढ़ाया जा सकता है। लीची की खेती इस समय एक गंभीर खतरे से गुजर रही है। स्टिंक बग जैसे कीट का समय पर नियंत्रण नहीं किया गया तो यह किसानों की मेहनत को पूरी तरह बर्बाद कर सकता है। इसलिए जरूरी है कि किसान सजग रहें, जागरूक बनें और वैज्ञानिक सलाह के अनुसार समय पर उचित कार्रवाई करें। फसल की सुरक्षा ही मुनाफे की पहली गारंटी है।

 

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मैं Swapnil G, Samachar Times24 का संस्थापक और मुख्य कंटेंट राइटर हूं। मुझे लेखन में गहरी रुचि है और मेरा उद्देश्य है कि पाठकों को हर क्षेत्र की ट्रेंडिंग खबरें न केवल सटीक जानकारी के साथ, बल्कि रोचक अंदाज़ में भी पेश की जाएं। मैं अपने ब्लॉग के ज़रिए लोगों तक ऐसी सामग्री पहुँचाना चाहता हूं जो ज्ञानवर्धक होने के साथ-साथ पढ़ने में भी दिलचस्प हो।

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