Lucknow Breaks Record: लखनऊ की ऐतिहासिक छलांग: स्वच्छता में बना नेशनल हीरो!
17 जुलाई 2025 – यह तारीख लखनऊ के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में Lucknow Came In Top-3 Cleanliness City की लिस्ट में आकर सिर्फ अपनी पहचान ही नहीं बदली, बल्कि पूरे देश को चौंका दिया। जहाँ 2023 में लखनऊ का स्थान 44वां था, वहीं इस बार वह सीधे तीसरे नंबर पर पहुँच गया।
Lucknow Breaks Record: राष्ट्रपति भवन में हुआ सम्मान, पूरे भारत का गौरव बना लखनऊ
लखनऊ की इस शानदार उपलब्धि को मान्यता तब मिली जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वयं इसे राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया। इस अवसर पर महापौर, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा और प्रमुख सचिव अमृत अभिजात मौजूद रहे। यह सम्मान सिर्फ नगर निगम की मेहनत नहीं, बल्कि लखनऊ की जनता की जागरूकता और सहभागिता का परिणाम था।
Lucknow Breaks Record: कैसे लखनऊ बना टॉप-3 स्वच्छ शहर?
स्मार्ट प्लानिंग और टेक्नोलॉजी का बेजोड़ मेल
लखनऊ की सफाई व्यवस्था में “स्मार्ट डस्टबिन”, GPS ट्रैकिंग, सेंसिंग सिस्टम, और डिजिटल फीडबैक प्लेटफॉर्म जैसे अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया।
जनता की सक्रिय भागीदारी
हर मोहल्ले और वार्ड स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए गए। स्कूलों, कॉलेजों और कॉलोनियों में स्वच्छता रैली, कचरा प्रबंधन वर्कशॉप, और नुक्कड़ नाटक आयोजित किए गए।
Lucknow Breaks Record: प्रशासनिक निगरानी और इच्छाशक्ति
नगर निगम ने कड़ी निगरानी और रीयल-टाइम मॉनिटरिंग से कचरा उठाने, सफाई, और वेस्ट मैनेजमेंट को उच्चतम स्तर तक पहुंचाया।
उत्तर प्रदेश की दूसरी उपलब्धियां: ये शहर भी बने नायक
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प्रयागराज: गंगा तट की सफाई और घाटों की सुंदरता ने दिल जीता।
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गोरखपुर: डस्ट फ्री जोन और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम के लिए सम्मानित।
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आगरा: पब्लिक अवेयरनेस और डोर-टू-डोर कलेक्शन में लाया क्रांतिकारी सुधार।
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गौतमबुद्ध नगर: 3–10 लाख जनसंख्या श्रेणी में सबसे स्वच्छ शहर घोषित।
प्रयागराज को “विशेष श्रेणी” में पुरस्कार इसलिए मिला क्योंकि कुंभ जैसे बड़े आयोजन के दौरान भी सफाई व्यवस्था उत्कृष्ट रही। वहीं, गोरखपुर को मिनिस्टीरियल अवार्ड से नवाजा गया – यहां CM योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि के रूप में प्रभावी वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम को सराहा गया।
इंदौर बना लगातार आठवीं बार नंबर-1
स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने एक बार फिर बाजी मारी और लगातार आठवीं बार नंबर-1 पर बना रहा। “जीरो डंपिंग ज़ोन” और “100% सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट” मॉडल पूरे देश के लिए उदाहरण बन चुका है। लखनऊ जैसे शहरों ने इंदौर से प्रेरणा लेते हुए अपने सिस्टम को निखारा है।
लखनऊ मॉडल: एक प्रेरणा, एक मिशन
अब “Lucknow came in top-3 cleanliness city” सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि एक मिसाल है। देश के अन्य शहरों को लखनऊ से सीख मिल रही है कि कैसे नीति, तकनीक और नागरिक सहभागिता के मेल से कोई भी शहर चमक सकता है।
आने वाले समय की योजनाएं: सफलता को और ऊंचा ले जाने की तैयारी
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डिजिटल क्लीनलाइन फीडबैक सिस्टम
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वेस्ट टू वेल्थ परियोजना
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प्लास्टिक प्रतिबंध सख्ती से लागू
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बायो-कचरा कम्पोस्टिंग यूनिट्स की स्थापना
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स्कूल लेवल पर “स्वच्छता क्लब” का निर्माण
Lucknow Breaks Record: लखनऊ की कहानी हर शहर की प्रेरणा
लखनऊ की यह छलांग साबित करती है कि एक शहर की सूरत बदली जा सकती है अगर जनता और प्रशासन मिलकर काम करें। “Lucknow Came In Top-3 Cleanliness City” अब केवल स्वच्छता की नहीं, बल्कि संकल्प, तकनीक और सकारात्मक सोच की जीत बन गई है।
लखनऊ की रैंकिंग, स्कोर और अन्य शहरों की जानकारी यहां उपलब्ध है:
http://Official Swachh Survekshan Portal 2024 (MoHUA)
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