PM Modi Namibia Visit: ढोल के साथ शुरू हुई ऐतिहासिक यात्रा, पारंपरिक नृत्य से हुआ स्वागत। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफ्रीकी देश नामीबिया के ऐतिहासिक दौरे पर पहुंच चुके हैं। यह दौरा खास इसलिए है क्योंकि 27 वर्षों के अंतराल के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने नामीबिया की ज़मीन पर कदम रखा है। इससे पहले 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी और 1990 में वी.पी. सिंह वहां गए थे। लेकिन इस बार जो बात सबसे खास है, वह है इस दौरे का POed (Politics + Opportunities + Energy + Diplomacy) एजेंडा, जिसमें न सिर्फ हीरे की सीधी खरीद शामिल है, बल्कि यूरेनियम, लिथियम, कोबाल्ट और रणनीतिक खनिजों की साझेदारी भी तय मानी जा रही है।
PM Modi Namibia Visit: एयरपोर्ट पर दिखा अफ्रीकी संस्कृति का रंग, मोदी ने बजाया ढोल
प्रधानमंत्री जैसे ही नामीबिया की राजधानी विंडहोक के एयरपोर्ट पर उतरे, उनका पारंपरिक अफ्रीकी नृत्य और संगीत से भव्य स्वागत किया गया। यहां तक कि उन्होंने स्थानीय कलाकारों के साथ ढोल भी बजाया, जो भारत-अफ्रीका सांस्कृतिक जुड़ाव का अद्भुत प्रतीक बन गया।
PM Modi Namibia Visit: नामीबिया क्यों है भारत के लिए अहम?
1. हीरे का खजाना – लेकिन रास्ता टेढ़ा
नामीबिया को दुनिया का सबसे बड़ा समुद्री हीरा भंडार हासिल है। समुद्र के नीचे लगभग 80 मिलियन कैरेट से ज्यादा हीरे हैं। लेकिन भारत को यह डायरेक्ट नहीं मिलता। अभी यह लंदन, एंटवर्प जैसे ग्लोबल ट्रेड हब से होकर आता है।
मोदी का मकसद: सीधे भारत को हीरा भेजने की बातचीत को आगे बढ़ाना।
2. डायमंड प्रोसेसिंग में भारत पहले से सक्रिय
भारत की कई कंपनियां नामीबिया में डायरेक्ट कटिंग-पॉलिशिंग यूनिट्स चला रही हैं। भारत ने अब तक ₹6,600 करोड़ ($800 मिलियन) से अधिक का निवेश किया है। मोदी की यात्रा से इस निवेश को नई ऊंचाई मिल सकती है।
3. यूरेनियम और क्लीन एनर्जी की कुंजी
नामीबिया यूरेनियम का प्रमुख उत्पादक है। भारत का सिविल न्यूक्लियर प्रोग्राम इसके बिना अधूरा है।
साथ ही, यहां लिथियम, कोबाल्ट और रियर अर्थ मिनरल्स भी पाए जाते हैं, जो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और सोलर स्टोरेज जैसे क्लीन एनर्जी सेक्टर के लिए बेहद अहम हैं।
मोदी का फोकस: POED Diplomacy से व्यापार और सुरक्षा दोनों

इस दौरे को PM मोदी के 5 देशों की विदेश यात्रा का एक हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें वे घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया जा रहे हैं।
नामीबिया यात्रा के दौरान उनका फोकस है:
P (Politics): नामीबिया के राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से द्विपक्षीय बैठक
O (Opportunities): डायमंड, माइनिंग, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में साझेदारी
E (Energy): यूरेनियम, कोबाल्ट और लिथियम जैसे ऊर्जा स्रोत
D (Diplomacy): अफ्रीकी देशों के साथ लॉन्ग-टर्म जियो-पॉलिटिकल रिलेशन
PM Modi Namibia Visit: संसद में देंगे ऐतिहासिक भाषण
PM मोदी नामीबिया की संसद को भी संबोधित करेंगे, जहां वे भारत-अफ्रीका मैत्री, वैश्विक दक्षिण का नेतृत्व, और साझा विकास की बात रखेंगे।
बदलेगा भारत-अफ्रीका व्यापार का नक्शा
PM मोदी की इस यात्रा से उम्मीद की जा रही है कि भारत को समुद्री हीरे की डायरेक्ट सप्लाई, यूरेनियम सहयोग, और खनिज साझेदारी में अभूतपूर्व सफलता मिलेगी। यह दौरा सिर्फ कूटनीति नहीं बल्कि रणनीतिक निवेश और संसाधन सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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